love Shayari in Hindi, Ishq, Mohabbat Aur Pyar
सर पर खुला आसमान बहुत है सर पर खुला आसमान बहुत है तेरे साथ टूटा मकान बहुत है सर पर खुला आसमान बहुत है तेरे साथ टूटा मकान बहुत है खुशबू लगाने की जरूरत नहीं है खुशबू लगाने की जरूरत नहीं है अब तेरे होठों का निशान बहुत है

शेर देखिए लम्हा लम्हा हसीन लगता है इन दिनों लम्हा लम्हा हसीन लगता है इन दिनों मोहब्बत मेहरबान बहुत है लम्हा लम्हा हसीन लगता है इन दिनों मोहब्बत मेहरबा बहुत है

चांद को मैं चलाता हूं अब तेरे होने से मुझे ओमान बहुत है और गर्ल का असली शेर है मुझे तुझसे कुछ नहीं बस कितना चाहिए मुझे तुझसे कुछ नहीं बचना चाहिए डूबकर मेरे शेर तो मेरी जान बहुत है

तड़पा खुला आसमान बहुत है तेरे साथ छूटा मकान बहुत है उम्मीद करता हूं शब्दों के गुलदस्ते की खुशबू आज तक पहुंची होगी एक और छोटी सी कोशिश दिल टूटा है और तो कोई बात नहीं दिल टूटा है और तो कोई बात नहीं मुकद्दर रूठा है

तो कोई बात नहीं और इश्क के नाम पर क्या हुआ कैसे बताऊं किस इश्क के नाम पर क्या हुआ कैसे बताऊं उसने बहुत लूटा है और तो कोई बात नहीं इश्क के नाम पर क्या हुआ कैसे बताऊं उसने बहुत लूटा है
love Shayari in Hindi, Ishq,

वह आए और अपने इश्क का इजहार कर गए वह आए और अपने इश्क का इजहार कर गए हम उस पर मुस्कुराए और उन्हें देखते रह गए न जाने क्या बात थी उस मुस्कुराहट में न जाने क्या बात थी उस मुस्कुराहट में कि वह हमारा जवाब सुनने से पहले ही हां समझ कर चले गए

अल्फाजों की इस दुनिया में किसी के अल्फाज सुनना अच्छा लगता है अल्फाजों की इस दुनिया में किसी के पास सुनना अच्छा लगता है भगवान उसको लंबी उम्र दे भगवान उसको लंबी उम्र दे जिसके अल्फाजों में हमें अपना सा लगता है

लोग पूछते हैं हमसे क्या तुमने कभी इश्क किया है
लोग पूछते हैं हमसे क्या तुमने कभी इश्क किया है कैसे बताएं उन्हें हम कैसे बताएं उन्हें हम हमने इश्क किया नहीं हमने तो इश्क किया है आज इश्क फरमाने का सफर कुछ ऐसा बदला है आज इश्क फरमाने का सफर कुछ ऐसा बदला है हम आपसे मोहब्बत करते हैं आई लव यू तक बदला है और आज की जनरेशन का तो क्या है बोलो यार और आज की जनरेशन का तो क्या है बोलो यारो उनके लिए तो यह इश्क फरमाना अब टाइम पास तक बदला है
Mohabbat Aur Pyar

प्यार किसी के लिए दरिया है तो किसी के लिए जरिया है प्यार किसी के लिए दरिया है तो किसी के लिए जरिया है पर कमबख्त कुछ भी कहो यारो पर कमबख्त कुछ भी कहो यारो प्यार का मजा सबसे बढ़िया है

हजारों की इस महफिल में चलो कुछ काम करते हैं हजारों की इस महफिल में चलो कुछ काम करते हैं आज हम अपनी मोहब्बत का आज हम अपनी मोहब्बत का आपके सामने इजहार करते हैं

इसक चाहत और आदत की कोशिश की जब इस चाहत और आदत की कोशिश की तो पता चला वह तो पहले से ही हमें अपनी मोहब्बत बनाना चाहते थे

कहते हैं गलतियों पर सजा हर कोई देता है कहते हैं गलतियों पर सजा हर कोई देता है कठिनाइयों में साथ हर कोई छोड़ देता है पर हम तो ऐसे हमसफर के साथ है जनाब पर हम तो ऐसे हमसफर के साथ है जनाब जो हमें बड़ी शिद्दत से मोहब्बत करता है
Ishq,tere hontho ka nishaan bahot ha

रश्मि की आरजू में दबाया जो दर्द को आंसू हमारी आंखों में पत्थर की हो गई छोड़ दिया हमने हमेशा के लिए उसकी आरजू करना जिसको मोहब्बत की कदर ना हो उसे दुआओं में क्या मांगना मोहब्बत करके देखी तो मोहब्बत को पहचाना है वफा बस नाम की है बेवफाई का फसाना है

ऐसा कोई तो आया है तेरी जिंदगी में क्यों तुझे जो तुझे मेरी याद का मौका भी नहीं देता सर को कुछ दिन तो भारी रहना है इश्क़ का बोझ जो उतार फेंका है हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद जो नहीं जानते वफा क्या है जिंदगी में बहुत कम मिली है वो चीज जिसे जिसे शिद्दत से चाहा मैंने यह आंसू यह आंसू यह गम हर पल नहीं होंगे आते यह लम्हे कम नहीं होंगे बात कर लिया करो कुछ पल हमसे खुशी के साथ कसम से कसम से बहुत याद करोगे बहुत याद करोगे तुम जब हम नहीं होंगे

माना कि मैंने उसे देखा ना था तूने सूरज को आंख भर के कोई देखता है क्या चुराओ नजरें चुरा मंडल के रखता बढ़ाओ उलझन तुम्हें दुआओं से फिर भी मैंने जो पा लिया तो क्या करोगे वह मोहब्बतों के सौदे भी अजीब करता है बस मुस्कुराता है होती है खरीद लेता है रात है अंधेरी बहुत एक दिया ही जला दे कोई मैं बरसों का जागा हूं मुझे सुला दे कोई वह कहते हैं पत्थर दिल रोया नहीं करते उन्हें क्या खबर,Ishq

नहीं क्या खबर पानी के चश्मे पत्थरों से निकलते हैं जिस दिन मुझे खबर आ गया फिर क्या क्या औकात रह जाएगी तुम्हारी जिंदगी कब की हवस हो गई दिल तो बस आदतन धड़कता है किस बात पे रूठा है पता हो तो मनाऊ वह रूठ तो जाता है शिकायत नहीं करता,Ishq

काश तुम भी यादों की तरह बन जाओ ना वक्त देखो ना बहाना बस चले आओ तुम्हारा शौक बन गया अपनी मर्जी से बात करना अपनी आदतों को बदलो हमारे बदलने से पहले किस कदर पुर फरेब था लहजा उसका आ गया उसकी बातों में मैं भी लोग पूछते हैं तुम कुछ बदल गए हो बताओ टूटे हुए सत्याग्रह बिना बदले जब दर्द रोज पर हो फिर हम सा मुंह से खेलते हैं
Ishq, Mohabbat Aur Pyar

चाहता है पूछा किसी ने कि कौन सी खुशबू पसंद है मैंने तुम्हारी तुम्हारी सांसों का किस्सा सुना दिया मेरी मासूम मोहब्बत की गवाही मत मांग मेरी पलकों पर सितारों ने भी बात रखी है और तुम्हें किसी का किसी का तो होना है ना मेरे हो जाने में क्या मौत है भला यू चाहता हूं तुझे अपनी बाहों में जैसे रोग जुड़ी है जिस्म के अंदर

मोहब्बत जब हद में रह कर नहीं की जाती तो दर्द को हम हद में रह कर कैसे भूले कैसे निभाए जब मोहब्बत बेपनाह है तो दर्द भी अपना होगा नसीहत ए दुनिया भर की मिलती है

लोग दर्द को सहने की आदत बनाने को कहते हैं क्योंकि यह नसीहत है तब मिलती है जब दर्द दुनिया का नहीं होता दर्द किसी और का होता है नसीहत है किसी और को आजकल मोहब्बत करने के तौर-तरीके बदल गए हैं
लोग दिल नहीं देखते लोग हाल चाल नहीं पूछते हैसियत पूछते हैं हम देखते हैं दौलत देखते हैं दिल से कोई कितना बड़ा है यह कोई नहीं देखता उसकी यादों के सिवा
चाहा है उसने हमको खुद से ज्यादा
तू मेरी सांसों में क्यों पता है गुस्सा क्यों नहीं है हर पल लोगों को सफाई देता है मैं इसके साथ पर हूं कहां है यादों में क्यों है उसका दर्द कैसे लुक मेरा वह समझ पाएंगे
आप सभी को मेरी यह शायरियां पसंद आई होंगी और प्लीज कोई भी गलती हो गई हो तो उसके लिए सॉरी
प्लीज मुझे कमेंट करके बताइएगा कि आपको मेरी यह शायरियां पसंद आई कैसी लगी और आप लोगों का तहे दिल से शुक्रिया