deshbhakti par kavita, or love For one’s country, is a feeling that runs Deep in the veins of many Indians. It’s a Sentiment that has been celebrated in literature, art, aand music for centuries, and continues to inspire people to this day. Desh Bhakti Shayari
one of The Most beautiful ways to express deshbhakti is through poetry, or kavita, as it is known in Hindi. Poets throughout history have written stirring verses that evoke the beauty, strength, and spirit of India.
“Vande Mataram” by Bankim Chandra Chattopadhyay
Sujalam, suphalam, malayaja shitalam,
Shasyashyamalam, Mataram
Vande Mataram!
बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा “वंदे मातरम”
सुजलम्, सुफलम्, मलयजा शीतलम्,
शस्यश्यामलम, मातरम्
वन्दे मातरम!
![100+ deshbhakti par kavita | देशभक्ति पर कविता [2023] 2 deshbhakti par kavita ,2](https://www.shayari.tech/wp-content/uploads/2023/07/deshbhakti-par-kavita-2.jpg)
“Jhanda Uncha Rahe Hamara” by Shyamlal Gupta ‘Parshad’
Jhanda uncha rahe hamara,
Vijayi vishwa tiranga pyara.
Sada shakti sweekar karein,
Sabko jivan mein khushaal banaayen.
श्यामलाल गुप्ता ‘पार्षद’ द्वारा “झंडा ऊंचा रहे हमारा”
झंडा ऊंचा रहे हमारा,
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा।
सदा शक्ति स्वीकार करें,
सबको जीवन में खुशहाल बनायाएं।
deshbhakti par kavita new
“Sarfaroshi Ki Tamanna” by Ram Prasad Bismil
Sarfaroshi ki tamanna ab hamaare dil mein hai,
Dekhna hai zor kitna baazu-e-qaatil mein hai.
![100+ deshbhakti par kavita | देशभक्ति पर कविता [2023] 3 deshbhakti par kavita ,3](https://www.shayari.tech/wp-content/uploads/2023/07/deshbhakti-par-kavita-3.jpg)
राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा “सरफ़रोशी की तमन्ना”
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल में है।
“Ab Tumhare Hawale Watan Saathiyo” by Akhtar Qureshi
Ab tumhare hawale watan saathiyo,
Naa honge naa honge naa honge juda.
अख्तर कुरैशी द्वारा “अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो”
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो,
ना होंगे ना होंगे ना होंगे जुदा।
“Saare Jahan Se Achcha” by Muhammad Iqbal
Saare jahan se achha, Hindustan hamara,
Hum bulbulein hain iski, ye gulsitan hamara.
मुहम्मद इकबाल द्वारा “सारे जहां से अच्छा”
सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुलें हैं इसकी, ये गुलसितान हमारा।
“Mera Rang De Basanti Chola” by Ram Prasad Bismil
Mera rang de basanti chola, mahekaa rahe mera lahu,
O pawan, putra mera, mujhe de de vardaan tu.
राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा “मेरा रंग दे बसंती चोला”
मेरा रंग दे बसंती चोला, महेका रहे मेरा लहू,
ओ पवन, पुत्र मेरा, मुझे दे दे वरदान तू।
“Aye Mere Watan Ke Logon” by Kavi Pradeep
Aye mere watan ke logon, zara aankh mein bhar lo paani,
Jo shaheed hue hain unki, zara yaad karo qurbani.
कवि प्रदीप द्वारा “ऐ मेरे वतन के लोग”
ऐ मेरे वतन के लोग, जरा आंख में भर लो पानी,
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी।
“Hindustan Hamara” by Jaishankar Prasad
Hindustan hamara hai, hum hai iski shaan,
Jaag utha hai ab desh, dikhayenge hum maan.
जयशंकर प्रसाद द्वारा “हिंदुस्तान हमारा”
हिंदुस्तान हमारा है, हम हैं इसकी शान,
जाग उठा है अब देश दिखाएंगे हम मान।
“Aao Bachcho Tumhe Dikhayen” by Kavi Pradeep
Aao bachcho tumhe dikhayen, jhanki Hindustan ki,
Is mitti se tilak karo, ye dharti hai balidaan ki.
कवि प्रदीप द्वारा “आओ बच्चो तुम्हें दिखायें”
आओ बच्चो तुम्हें दिखायें, झाँकी हिन्दुस्तान की,
इस मिट्टी से तिलक करो, ये धरती है बलिदान की।
deshbhakti kavita new
“Khoon Se Khelenge Holi” by Kaifi Azmi
Khoon se khelenge holi, agar watan mushkil mein hai,
Sarfaroshi ki tamanna ab hamaare dil mein hai.
deshbhakti par kavita
कैफी आज़मी द्वारा “खून से खेलेंगे होली”
खून से खेलेंगे होली, अगर वतन मुश्किल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।
“Chak De India” by Jaideep Sahni
Chak de India, khelenge hum takraar se,
Jeet ke liye kuch bhi karega, har kadam par bharosa hai.
जयदीप साहनी द्वारा “चक दे इंडिया”
चक दे इंडिया, खेलेंगे हम तकरार से,
जीत के लिए कुछ भी करेगा, हर कदम पर भरोसा है।
“Aao Desh Ka Samman Kare” by Pandit Narendra Sharma
Aao desh ka samman karein, swatantra bharat ka gaurav gaye,
Vande Mataram ke geet se, har dil mein josh layein.
पंडित नरेंद्र शर्मा द्वारा “आओ देश का सम्मान करें”
आओ देश का सम्मान करें, स्वतंत्र भारत का गौरव गए,
वंदे मातरम के गीत से, हर दिल में जोश लायें।
deshbhakti par kavita
“Amar Sonar Bangla” by Rabindranath Tagore
Amar sonar Bangla, ami tomay bhalobashi,
Chirodin tomar akash, tomar batas, amar prane bajay bashi.
रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा “आमार सोनार बांग्ला”
अमर सोनार बांग्ला, अमी तोमय भालोबाशी,
चिरोदिन तोमर आकाश, तोमर बतास, अमर प्राण बाजय बशी।
“Kar Chale Hum Fida” by Kaifi Azmi
Kar chale hum fida jaan-o-tan saathiyon
deshbhakti par kavita
कैफ़ी आज़मी द्वारा “कर चले हम फ़िदा”
कर चले हम फिदा जान-ओ-तन साथियों
2023 ki deshbhakti kavita
देशभक्ति की आग सदा जलाएं,
वीरों की छाओं में हम सब रहें।
भारत माता की जय का नारा लगाएं,
मानवता के लिए प्राण दे जाएं।
आज स्वतंत्रता का दिन है,
देशभक्ति का बड़ा अद्भुत सपना है।
हम सब मिलकर इसे साकार करें,
देश के उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।
सरहद पर जवानों की मुस्कान सदा बनी रहे,
शहीदों का बलिदान हमेशा याद रहे।
वीर जवानों के सपूतों को सलाम,
देशभक्ति की ज्योति जगमगाती रहे हमारे आँगन में।
भारतीय होने का गर्व बढ़ाएं,
अपनी मातृभूमि को सदा याद दिलाएं।
संघर्ष करें देश के विकास के लिए,
वृक्ष लगाएं, जल संरक्षण करें व हर दुखी को गले लगाएं।
deshbhakti par kavita
देशभक्ति की कविता यह कहती है,
भारत माता की सेवा में जुट जाएं।
एक दूसरे की मदद करें, सबको सम्मान दें,
प्यार और एकता के संग देश को ऊँचा उठाएं।
हर युग में देशभक्ति अमर रही है,
दिल में जलती यही आग हमारी है।
हम सब इस आग को बढ़ाते चलें,
देशभक्ति की शान में हम गाते चलें।
देशभक्ति पर कविता 2023
वतन के लिए हम बलिदान करें,
जान और ज़िंदगी को न्योछावर करें।
धर्म, जाति, पंथ बाटें छोड़े,
देश पर अपने मन को आज़ाद करें।
हर दिन देशभक्ति का पर्व मनाएं,
तिरंगा लहराएं, गान गाएं।
मातृभूमि का सम्मान करें,
स्वदेश के उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।
शहीदों के बलिदान को सदा याद रखें,
उनकी आत्मा को शांति दिलाएं।
वीर जवानों की सेवा करें,
उनके परिवारों को सम्मान दिलाएं।
स्वतंत्रता के सपने सच करें,
गुलामी के जंजीरों को तोड़ें।
आपसी भेदभाव को मिटाएं,
सबको एक समान समझें और जोड़ें।
deshbhakti par kavita
विजयी गीत गाएं, स्वर्णिम भारत बनाएं,
विश्व में विकास की राह चलाएं।
विचारों को स्वतंत्र रखें,
नये आदर्शों को आगे बढ़ाएं।
हर दिन देश की सेवा करें,
अपनी क्षमता से योगदान दें।
संघर्ष करें, प्रगति करें,
वतन पर गर्व से हाथ बढ़ाएं।
ये देशभक्ति की कविता कहती है,
हम सब मिलकर आगे बढ़ें।
एकजुट होकर देश को ऊँचा उठाएं,
वतन के लिए हम सब यही कहें: जय हिंद!
2023 देशभक्ति पर कविता
वीर जवानों के लिए यह गान है,
देशभक्ति की ज्योति हमेशा जलान है।
सीमाओं पर जो चौकसी करते हैं,
उनकी हर चीख देश को गौरव दिलाती है।
हर बार शहीदों की याद आती है,
जो देश के लिए जीवन न्योछावर करते हैं।
वतन पर अपना सब कुछ वार्पित करते हैं,
अनन्य भाव से उसकी सेवा करते हैं।
धर्म, जाति, पंथ का कोई मोल नहीं,
हम सब एक हैं, एक माता के संतान हैं।
प्यार और एकता ही हमारा धर्म है,
यह देशभक्ति की सच्ची पहचान है।
वतन के लिए बलिदान का अद्भुत नारा,
जवानों के रक्त से हमेशा उच्चार है।
मातृभूमि की सेवा में लगन जगाएं,
हर काम में देश का सम्मान कराएं।
deshbhakti par kavita
स्वतंत्रता के सपने सच करें,
देश के उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।
भ्रष्टाचार और दुष्कर्म को मिटाएं,
विकास के पथ पर अग्रसर बढ़ें।
वतन की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहें,
सीमाओं पर अविचलित चौकसी करें।
हमेशा जोश में आगे बढ़ें,
वीरता का प्रतीक देशभक्ति का परिचय करें।