ghalib ki shayari,ग़ालिब की शायरी हिंदी में motivation
ghalib ki shayari,ग़ालिब की शायरी हिंदी में motivation “हर एक बात पे कहते हो कि तू क्या है, तुम कहो कि ये अंदाज-ए-गुफ्तगु क्या है।” “हुई मुद्दत के ग़ालिब मर गया, पर याद आता है हर घड़ी, हर घड़ी।” “हम को मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन, दिल के खुश रखने को, ‘गालिब’ ये ख्याल …